भाषा शिक्षण के राष्ट्रीय सम्मेलन में दूसरे दिन भाषा के विभिन्न पहलुओं, समन्वय तथा अंतरसंबंध पर हुई विस्तृत चर्चा

राजस्थान के अजमेर में चल रहे तीन दिवसीय भाषा शिक्षण राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान सभागार में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रो. जियाउर्रहमान सिद्दीकी ने अपने व्याख्यान में कहा कि भाषा शिक्षण के विभिन्न पहलू है जो भारत की बहुभाषिक्ता की ओर सबका ध्यान आकर्षित करते है। उन्होंने कहा कि हमें भाषा शिक्षण पद्धति के निर्धारण में शिक्षा प्राप्त करने वाले वर्ग का ध्यान रखना आवश्यक है। दूसरे सत्र में प्रो. अनिल पालीवाल द्वारा भाषा शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक ज्ञान में सामानाजस्य के साथ शिक्षण पर भी बल दिया। उन्होंने विभिन्न विषयों में भाषा के अंतरसंबंध को भी बताया। तीसरे सत्र में मुख्य वक्त के रूप में वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक राजीव रंजन राय ने भाषा को समन्वय और विकास का एक माध्यम बताया। उन्होंने गुणवत्ता शिक्षा को हर समस्या के समाधान से जोड़ते हुए कहा कि शिक्षित व्यक्ति भाषा का सही इस्तेमाल कर विवादों जैसी समस्या से भी दूर रह सकता है। वर्तमान माहौल में भाषा पर पकड़ आवश्यक है।